दीपक गुप्ता एक ऐसे ऊर्जावान कवि हैं जो हिन्दी कविसम्मेलनों के मंचों की दुनिया में हास्य व्यंग्य कवि के रूप में स्थापित हैं व कविसम्मेलनों तथा अदबी माहौल में किसी परिचय का मोहताज़ नहीं हैं .……दीपक गुप्ता , कविसम्मेलनों के मंचों पर चल रहे प्रपंचों , आदान - प्रदान के समीकरणों , चाटुकारिता और मंचीय राजनीति से हटकर अपनी ख़ुद की ज़मीन तैयार करने वाले एक ख़ुद्दार एवं यशस्वी साहित्यकार हैं जो काव्यमंचों पर काव्यपाठ करने के साथ - साथ श्रेष्ठ लेखन में भी निरन्तर सक्रिय हैं.